Aakarshan Ka Vilom Shabd आकर्षण एक ऐसा भाव है जो हमें किसी व्यक्ति, वस्तु या विचार की ओर खींचता है। यह एक शक्तिशाली भाव है जो हमारे जीवन को रंगीन और प्रभावशाली बनाता है। आकर्षण के बिना, जीवन में उत्साह और उत्साह नहीं होता है। इस लेख में, हम आकर्षण के विलोम शब्दों के बारे में चर्चा करेंगे।
आकर्षण का अर्थ और महत्व: आकर्षण वह भाव है जो हमें किसी व्यक्ति, वस्तु या विचार की ओर आकृष्ट करता है। यह हमारे जीवन को रंगीन और प्रभावशाली बनाता है। आकर्षण का महत्वपूर्ण स्थान हमारे संबंधों, प्रेम, और संवाद में होता है। यह हमें दूसरों के साथ एक-दूसरे के साथ संबंध बनाने में मदद करता है और समृद्धि और खुशियों का जीवन जीने के लिए मदद करता है।
आकर्षण के विलोम शब्द:
- नाकारण: आकर्षण के विपरीत, नाकारणता, अआकर्षितता, अभाव, असम्मोहितता।
- अनाकर्षक: आकर्षण के विपरीत, नाकारणता, अआकर्षितता, अभाव, असम्मोहितता।
- अआकर्षितता: आकर्षण के विपरीत, नाकारणता, अनाकर्षक, अभाव, असम्मोहितता।
- अभाव: आकर्षण के विपरीत, नाकारणता, अनाकर्षक, अआकर्षितता, असम्मोहितता।
- असम्मोहितता: आकर्षण के विपरीत, नाकारणता, अनाकर्षक, अआकर्षितता, अभाव।
समाप्ति: Aakarshan Ka Vilom Shabd “आकर्षण” के विलोम शब्द हमें नाकारणता, अनाकर्षकता, अआकर्षितता, अभाव, और असम्मोहितता के अर्थ को समझाते हैं। ये शब्द आकर्षण से विपरीत होते हैं और हमें उन भावनाओं और अनुभवों का संवेदनशील होने के लिए बताते हैं जिनसे हम आकर्षण के अनुभव में नहीं होते हैं। हमें संबंधों में समर्थ, स्थिर और नियंत्रित रहकर अपने जीवन को समृद्ध बनाने के लिए आकर्षण का समयबद्ध उपयोग करना चाहिए।
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